Your shopping cart

Product Images

सामवेद, जैमिनी शाखा

आचार्य
  • ₹551/Month
  • Duration: 6 Months
सामवेद – जैमिनीय शाखा "स्वर में वेद, देवताओं के गान का सजीव स्वरूप!" सामवेद, वेदों का गानमय हृदय है — जहाँ ऋचाएँ संगीत बन जाती हैं, और मंत्र देवताओं की स्तुति में सुर बनकर बहते हैं। जैमिनीय शाखा सामवेद की प्रमुख शाखाओं में से एक है, जिसमें वैदिक ज्ञान, स्वर, और भक्ति का समन्वय देखने को मिलता है। यह शाखा विशेष रूप से यज्ञीय संगीत, सूक्ष्म उच्चारण, और अनुष्ठानिक गरिमा के लिए प्रसिद्ध है।

सामवेद – जैमिनीय शाखा   पाठ्यक्रम 

परिचय वर्ग

  • स्वर अभ्यास एवं उच्चारण

  • सामवेद संहिता (जैमिनीय)

  • सामगान कला

  • आचार एवं नियम

  • प्रयोगिक वर्ग 

  • पुनरावलोकन एवं प्रमाणन