शुक्ल यजुर्वेद पद पाठ
आचार्य
शुक्ल यजुर्वेद पद पाठ वेदाध्ययन का एक महत्त्वपूर्ण व अनुशासनपूर्ण चरण है, जिसमें प्रत्येक मन्त्र को पदों में विभाजित कर शुद्ध उच्चारण, स्वरों और नियमों सहित अध्ययन कराया जाता है। यह पाठ न केवल स्मृति और उच्चारण को दृढ़ बनाता है, बल्कि विद्यार्थियों को यजुर्वेदी परंपरा की गहराई में प्रवेश दिलाता है। शुद्धता, लयबद्धता और वैदिक मर्यादा को समझने व साधने का यह आदर्श मार्ग है