1. विवाह का परिचय
विभिन्न संस्कृतियों में विवाह की परिभाषा और महत्व।
भारतीय संस्कृति में विवाह का अवलोकन।
2. सांस्कृतिक महत्व
विवाह पर ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य।
विवाह से जुड़े रीति-रिवाज और परंपराएँ (जैसे, सप्तपदी, कन्यादान)।
विवाह प्रक्रिया में परिवार और समुदाय की भूमिका।
3. विवाह के प्रकार
भारत में विवाह के विभिन्न रूप (अरेंज्ड, लव, इंटर-कास्ट)।
विवाह समारोहों में धार्मिक विविधताएँ (हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, आदि)।
3. निष्कर्ष
-आधुनिक समाज में विवाह की विकसित होती अवधारणा।
एक स्वस्थ, सम्मानजनक साझेदारी को प्रोत्साहित करना।