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ग्रह शांति

आचार्य
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ग्रह शांति से जुड़ी कुछ बातें: ग्रह शांति से जीवन में सद्भाव और कल्याण आता है. ग्रह शांति से मनोवैज्ञानिक राहत और मन की शांति मिलती है. ग्रह शांति के लिए, ग्रहों की प्रतिमा बनवाकर उनकी पूजा करनी चाहिए. ग्रह शांति के लिए कुछ उपाय: सूर्य देव को सुख-समृद्धि का देवता माना जाता है. इसलिए, रोज़ स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए. तुलसी को जल चढ़ाना चाहिए और 11 परिक्रमा करनी चाहिए. रविवार के दिन किसी गरीब को काले कंबल का दान करना चाहिए. शनि की पूजा से मानसिक शांति, स्वास्थ्य, खुशी, और समृद्धि बढ़ती है. मंगल ग्रह की शांति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष या मूंगा रत्न धारण करना चाहिए. बृहस्पति ग्रह की शुभता पाने के लिए, गुरु या साधु-संत का अपमान नहीं करना चाहिए. बृहस्पति ग्रह की शुभता पाने के लिए, पीले कनेर का फूल अपनी गुरु प्रतिमा पर चढ़ाना चाहिए. बृहस्पति ग्रह की शुभता पाने के लिए, किसी तोते को चने की दाल खिलाना चाहिए.
**ग्रह शांति** एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सद्भाव और कल्याण लाना है। ग्रह शांति से व्यक्ति के मन और जीवन में संतुलन स्थापित होता है। यहाँ कुछ प्रमुख बातें और उपाय प्रस्तुत किए गए हैं:

### ग्रह शांति का महत्व

1. **सद्भाव और कल्याण**: ग्रह शांति के माध्यम से जीवन में सद्भाव और सुख-समृद्धि का संचार होता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।

2. **मनोवैज्ञानिक राहत**: ग्रह शांति से मन की शांति और मनोवैज्ञानिक राहत मिलती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।

### ग्रह शांति के उपाय

- **ग्रहों की पूजा**: ग्रह शांति के लिए, ग्रहों की प्रतिमा बनवाकर उनकी पूजा करनी चाहिए। नियमित पूजा और मंत्र जाप से ग्रहों का संतुलन बना रहता है।

- **सूर्य पूजा**: 
  - रोज़ स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए। इससे सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य में सुधार होता है।

- **तुलसी की परिक्रमा**: 
  - तुलसी को जल चढ़ाना और उसकी 11 परिक्रमा करना शुभ माना जाता है। यह समर्पण और भक्ति का प्रतीक है।

- **दान**:
  - रविवार के दिन किसी गरीब को काले कंबल का दान करना चाहिए। यह शनि के प्रभाव को संतुलित करता है।

- **शनि की पूजा**: 
  - शनि देव की पूजा करने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।

- **मंगल ग्रह की शांति**: 
  - तीन मुखी रुद्राक्ष या मूंगा रत्न धारण करना मंगल ग्रह की सकारात्मकता बढ़ाता है।

- **बृहस्पति की शुभता**: 
  - गुरु या साधु-संत का अपमान नहीं करना चाहिए। 
  - पीले कनेर का फूल अपनी गुरु प्रतिमा पर चढ़ाना चाहिए।
  - किसी तोते को चने की दाल खिलाना भी बृहस्पति ग्रह की कृपा पाने का एक उपाय है।

### निष्कर्ष

ग्रह शांति न केवल आध्यात्मिक विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह जीवन में स्थिरता, सुख और स्वास्थ्य की प्राप्ति में भी सहायक होती है। इन उपायों को नियमित रूप से अपनाने से व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस कर सकता है।